मनरेगा पशु शेड योजना में आवेदन कैसे करें ?

मनरेगा पशु शेड योजना ( MGNREGA Pashu Shed Scheme ) की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा की गयी है। भारत में किसान भाई लंबे समय से खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते आ रहे हैं। दरअसल, पशुपालन उनकी अतिरिक्त आय का मुख्य स्रोत है, लेकिन हमारे देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे जानवरों की देखभाल ठीक से नहीं कर पाते हैं। किसानों की इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने मनरेगा पशु शेड योजना शुरू की है, जिसके माध्यम से पशुओं के रहने के लिए शेड के निर्माण के साथ-साथ पशुपालन तकनीक में सुधार किया जाएगा। मनरेगा पशु शेड योजना की अधिकारिक वेबसाइट http://nrega.nic.in है। मनरेगा पशु शेड योजना का संबंधित विभाग ग्रामीण विकास विभाग है।

इस योजना के तहत किसानों की अपनी जमीन पर मनरेगा द्वारा विभिन्न प्रकार की पशु संबंधी सुविधाएं जैसे शेड, हवादार छत, मूत्रालय टैंक आदि का निर्माण किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा मनरेगा कैटल शेड योजना केवल उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और पंजाब इन चार राज्यों में ही शुरू की गई है। इन राज्यों में योजना के सफल कार्यान्वयन के बाद इसे देश के सभी राज्यों में शुरू किया जाएगा।

मनरेगा पशु शेड योजना 2023 का उद्देश्य ( Objective of MGNREGA Pashu Shed Scheme 2023 )

मनरेगा पशु शेड योजना के तहत पशु पालने वाले लोगों को अपनी जमीन पर पशुओं के लिए शेड बनाने के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि इस योजना के तहत शेड के निर्माण के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता न देकर मनरेगा की देखरेख में शेड का निर्माण किया जाएगा।

सरकार द्वारा मनरेगा पशु शेड योजना शुरू करने का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ पशु पालन व्यवसाय को बढ़ावा देना है। यदि किसान भाई पशुओं की देखभाल सुचारु रूप से कर सकेंगे तो स्वाभाविक रूप से उनकी आय में वृद्धि होगी साथ ही उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों को उनकी निजी भूमि पर पशुपालन के लिए शेड के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। योजना के तहत उपलब्ध वित्तीय सहायता का उपयोग लाभार्थियों द्वारा फर्श और मूत्रालय टैंक के निर्माण के अलावा पशु शेड के निर्माण के लिए किया जा सकता है।

मनरेगा पशु शेड योजना में आर्थिक लाभ के पशुओं की संख्या निर्धारित ( Fixed Number of Animals of Economic Benefit in MGNREGA Pashu Shed Scheme )

इस योजना का लाभ पाने के लिए किसानों और पशुपालकों को सरकार द्वारा निर्धारित कुछ शर्तों का पालन करना होगा। मुख्य शर्त यह है कि किसानों के पास कम से कम 3 पशु होने चाहिए। यदि किसी किसान के पास पशुओं की संख्या तीन से छह से अधिक है तो उसे 1 लाख 60 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा अगर किसी किसान के पास 4 जानवर हैं तो उसे 1 लाख 16 हजार रुपये का आर्थिक लाभ हो सकता है।

मनरेगा पशु शेड योजना में शामिल पशुओं के नाम ( Names of Animals included in MGNREGA Pashu Shed Scheme )

हर किसान अपनी आय के अनुसार पशुओं को पालता है। हालाँकि, इस योजना के तहत पशुपालक किसान गाय, भैंस, बकरी और मुर्गी आदि जानवर पाल सकते हैं और उनके सुचारू रखरखाव के लिए योजना के तहत शेड का निर्माण करा सकते हैं।

मनरेगा पशु शेड योजना में लाभ लेने के लिये पात्रता ( Eligibility for Availing Benefits in MGNREGA Pashu Shed Scheme )

भारत के निवासी होना ( Be a Resident of India ): इस योजना का लाभ भारत के छोटे गांवों और शहरों में दिया जाएगा। यदि आप भारत के निवासी हैं तो आप इस योजना के लिए पात्र हैं।

नरेगा जॉब कार्ड धारक ( NAREGA Job Card Holder ): मनरेगा मवेशी योजना का लाभ मनरेगा जॉब कार्ड सूची में शामिल जॉब कार्ड धारकों को दिया जाएगा। क्योंकि यह योजना मनरेगा के तहत शुरू की गई है।

पशुपालक किसान ( Cattle Farmer ): पशुपालक का व्यवसाय करने वाले किसान भी इस योजना के पात्र होंगे। लेकिन पशु पालन के लिए वही किसान पात्र होंगे जिनकी आजीविका पशु पालन के व्यवसाय से चलती है। उनके पास आय का कोई अन्य स्रोत नहीं होना चाहिए।

प्रवासी मजदूर ( Migrant Labor ): छोटे गांवों और शहरों में रहने वाले युवा जो नौकरी की तलाश में अपना गांव छोड़कर शहरों की ओर जाते हैं या फिर ऐसे युवा जो शहर में नौकरी नहीं मिलने के कारण गांव में बेरोजगार बैठे हैं।

मनरेगा पशु शेड योजना निर्माण के लिए शर्ते ( Conditions for Construction of MGNREGA Pashu Shed Scheme )

पशुपालन हेतु शेड निर्माण हेतु स्थान का चयन करते समय कुछ सावधानी बरतनी होगी। नियमानुसार शेड का निर्माण ऐसे स्थान पर करना चाहिए, जो समतल होने के साथ-साथ ऊंचे स्थान पर भी हो। इसका मुख्य कारण यह है कि बारिश के दौरान पानी जमा नहीं होता है और जानवरों का मल आसानी से बहा दिया जाता है। पशुपालकों के पास कम से कम 3 पशु होने चाहिए, तभी उन्हें मनरेगा पशु शेड योजना का लाभ दिया जाएगा|
इससे पशुओं के बीमार होने की संभावना कम हो जाएगी और वे स्वस्थ रहेंगे। इसके अलावा दूसरी शर्त यह है कि शेड का निर्माण ऐसी जगह पर किया जाना चाहिए जहां जरूरत पड़ने पर सूरज की रोशनी जानवरों तक आसानी से पहुंच सके और जरूरत न होने पर उस जगह को बंद किया जा सके।

मनरेगा पशु शेड योजना में आवेदन के लिए दस्तावेज ( Documents for Application in MGNREGA Pashu Shed Scheme )

१. मोबाइल नंबर ( Mobile Number )
२. आधार कार्ड ( Aadhar Card )
३. पासपोर्ट साइज फोटो ( Passport Size Photo )
४. मनरेगा जॉब कार्ड ( MANREGA Job Card )
५. निवास प्रमाण पत्र ( Address Proof )
६. बैंक पासबुक ( Cank Passbook )

मनरेगा पशु शेड योजना में आवेदन कैसे करें ( How to Apply in MGNREGA Pashu Shed Scheme )

केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में मनरेगा पशु शेड योजना शुरू की गई है, जिसके कारण अभी तक ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। लेकिन योजना का लाभ पाने के लिए आप बैंक से फॉर्म प्राप्त करके ऑफलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

१. मनरेगा पशु शेड योजना के तहत आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको बैंक या ऑनलाइन माध्यम से आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।

२. आवेदन पत्र प्राप्त होने के बाद उसमें पूछी गई सभी जानकारी दर्ज करनी होगी।

फिर फॉर्म के अनुसार दस्तावेजों की फोटोकॉपी संलग्न करें और दस्तावेज़ संख्या दर्ज करें।

३. इसके बाद आवेदन पत्र को उस बैंक की शाखा में जमा करना होगा जहां से आप ऋण के लिए आवेदन करना चाहते हैं।

४. इसके बाद आवेदन पत्र और उससे जुड़े दस्तावेजों की जांच बैंक स्टाफ या संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाएगी।

५. यदि सत्यापन के दौरान आपके द्वारा दी गई जानकारी और दस्तावेज सही पाए जाते हैं, तो आपको मनरेगा कैटल शेड योजना के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा।

आप शबला सेवा की मदद कैसे ले सकते हैं? ( How Can You Take Help of Shabla Seva? )

  1. आप हमारी विशेषज्ञ टीम से खेती के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  2. हमारे संस्थान के माध्यम से आप बोने के लिए उन्नत किस्म के बीज प्राप्त कर सकते हैं।
  3. आप हमसे टेलीफोन या सोशल मीडिया के माध्यम से भी जानकारी और सुझाव ले सकते हैं।
  4. फसल को कब और कितनी मात्रा में खाद, पानी देना चाहिए, इसकी भी जानकारी ले सकते हैं।
  5. बुवाई से लेकर कटाई तक, किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर आप हमारी मदद ले सकते हैं।
  6. फसल कटने के बाद आप फसल को बाजार में बेचने में भी हमारी मदद ले सकते हैं।

संपर्क

अधिक जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें +91 9335045599 ( शबला सेवा )

आप नीचे व्हाट्सएप्प (WhatsApp) पर क्लिक करके हमे अपना सन्देश भेज सकते है।

Become our Distributor Today!

Get engaged as our distributor of our high quality natural agricultural products & increase your profits.

Translate »

Pin It on Pinterest

Share This