घर में बागवानी

आप अपने घर, बालकनी में या छत पर गमलों में ये साग-सब्जियां उपजा सकते हैं। बीज, खाद या कीटनाशक की जरूरत नहीं है।
टमाटर: टमाटर उगाना बेहद आसान है। जो टमाटर हम घर में खाते हैं, उसी को सलाद की तरह स्लाइस (टुकड़ों) में काट दें और गमले के अंदर मिट्टी में दबा दें। आठ-दस दिन के अंदर इन टुकड़ों में से पौधे निकल जाएंगे। इनमें से कई सारे पौधे निकल सकते हैं। ऐसे में या तो इनको अलग-अलग गमलों में डाल दें या अगर फिर एक ही गमले में रखना है तो एक-दो पौधे ही रहने दें। बाकियों को हटा दें। कुछ दिनों बाद उनसे आपको टमाटर मिलने लगेंगे।
धनिया: साबूत धनिया हर किसी की रसोई में रहता है। इसे कम-से-कम 24 घंटे तक पानी में भिगोएं। इसके बाद इसे गमले में डाल दें। धनिये के लिए महज 4-5 इंच ऊंचाई वाले पॉट की जरूरत होती है। ऐसे में आप इसे घर के अंदर मौजूद ट्रे या फिर छोटे-छोटे डब्बों में भी लगा सकते हैं। चूंकि अब मौसम में गर्माहट आ गई है, लिहाजा यह मिट्टी के संपर्क में आने के 10-15 दिन बाद तैयार हो जाता है।
मेथी: मेथी का साग किसे नहीं पसंद? आप इसे भी बेहद आसानी से घर में उगा सकते हैं। इसे जल्दी उगाने के लिए सबसे आसान तरीका यह है कि मेथी दानों को करीब 24 घंटे के लिए पानी में भिगो लें। फिर अगले 24 घंटे तक किसी गीले कपड़े में बांधकर छोड़ दें। इसके बाद निकालकर गमले में डाल दें। 5-7 दिनों के अंदर पौधे आ जाएंगे। इसके बाद 15 दिन के अंदर आप इसके पराठे या सब्जी बनाकर स्वाद ले सकते हैं।
मिर्च: लाल सूखी मिर्च भी हमारे घरों में रहती ही हैं। इसके बीज को गमले में डाल दें। 5-7 दिन के अंदर इसमें पौधे आ जाएंगे। ध्यान रखें, मिर्च को अगर जगह बदल देंगे, मतलब जिस गमले या बर्तन में पौध तैयार किया है उसमें से हटाकर दूसरी जगह लगा देंगे तो इसमें फसल काफी अच्छी और जल्दी आएगी। हालांकि मिर्च लगाने के लगभग 30-40 दिन बाद ही खाने के लिए मिलेंगी।
सीताफल: आप खरीदकर खाने के लिए सीताफल लाते होंगे। पके हुए सीताफल में बीज लगे होते हैं। आप इन बीजों को गमले में लगा सकते हैं। हालांकि इसकी बेल को फैलने के लिए जगह चाहिए होती है। ऐसे में ध्यान रखें कि इसे ऐसी जगह पर लगाएं, जहां इन्हें फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके। 30-40 दिन के बाद इससे आप सीताफल पा सकते हैं।
हाइड्रोफोनिक भी है तरीका
एक सवाल मन में उठना लाजिमी है कि इस बंदी के दौरान मिट्टी कहां से मिलेगी क्योंकि महानगरों में मिट्टी ढूंढना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में आप हाइड्रोफोनिक तरीके से भी यह कर सकते हैं। यह तरीका भी काफी आसान है। जैसे कि अभी आप चने का साग आसानी से उपजा सकते हैं। इसके लिए पहले चने को अंकुरित कर लें, वैसे ही जैसे आप घर में स्प्राउट बनाने के लिए करते होंगे। जब चने में अंकुर आ जाए तो नीचे एक ट्रे में पानी डालकर ऊपर एक जालीनुमा चीज़ के ऊपर चने रख दें। जालीनुमा चीज़ के लिए भी आपको भटकने की जरूरत नहीं है। आपके घर में कई ऐसे ट्रे होती हैं जिसमें नीचे छेद होते हैं या फिर चाय छानने वाली छन्नी होती है, आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके ऊपर रखने के बाद चने को गीले कपड़े से तकरीबन 24 घंटे के लिए ढंक दें। 10-15 दिन बाद यह पांच-छह इंच लंबा हो जाएगा और खाने के लिए तैयार भी।
खुद से बनाएं खाद
संस्था के संस्थापक डॉ अविनाश कुमार के अनुसार, आप खाद घर पर ही बना सकते हैं और वह भी बेहद आसानी से। चाय लगभग हर घर में बनती है। आप चाय बनाने के बाद जो चायपत्ती फेंक देते हैं, उससे खाद बना सकते हैं। इसके लिए बेहतर होता कि आप चाय छानने के बाद उसमें चीनी डालें ताकि चायपत्ती मीठी न हो। अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं तो कोई बात नहीं। चाय छानने के बाद जो पत्ती बच जाती हैं, उसे सही से पानी से धोकर सुखा लें और मिट्टी में डाल दें। यह मिट्टी को उपजाऊ बना देगी।
इसके अलावा आप किचन वेस्ट से घर में ही वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर सकते हैं। इसके लिए कम-से-कम पांच लीटर वाला कोई डब्बा लें। फल और सब्जियों के छिलके इस बर्तन में डालते जाएं। जब 10-15 दिन बाद आपका डब्बा भर जाए तो फिर थोड़े दही (करीब 250 ग्राम) को पानी में मिलाकर उसके ऊपर डाल दें और फिर डब्बे को बंद कर दें। अगर छाछ हो तो और अच्छा रहेगा। अगले 7-10 दिन में आपके पास बेहतरीन बर्मी कंपोस्ट बनकर तैयार हो जाएगा जिसे आप गमलों में डाल सकते हैं। एक-दो दिन हल्की बदबू आएगी, लेकिन पौधों के लिए बेहतरीन खाद है यह।
बॉक्स घर में पड़े बेकार बर्तनों का करें इस्तेमाल
कई बार लोगों के पास गमले सीमित संख्या में होते हैं। अब जब खाली बैठे हैं और बहुत कुछ लगाने का मन कर रहा है तो यह समस्या हो सकती है कि गमले कहां से लाएं? ऐसे में घर में बेकार पड़े बर्तनों, तेल के डिब्बों, पानी या कोल्ड ड्रिंक्स की खाली पड़ी बोतलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप बोतल को ऊपरी हिस्से से लंबाकार काट दें। इसी तरह अगर आपके पास 5 लीटर वाला कोई खाली गैलन है तो उसे ऊपर से काट दें और उसमें थोड़ी-सी मिट्टी डाल दें। धनिया और मेथी जैसी फसल तो आप इसमें आसानी से उगा सकते हैं। इसके लिए ज्यादा मिट्टी की जरूरत नहीं पड़ती।
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